हमारा लिवर शरीर का एक बेहद ज़रूरी अंग है जो खून को साफ करने, पाचन में मदद करने और शरीर से ज़हर निकालने का काम करता है। लेकिन जब लिवर में जरूरत से ज्यादा चर्बी (fat) जमा हो जाती है, तो इसे Fatty Lever कहा जाता है।
शुरुआत में इसका कोई खास लक्षण नहीं दिखता, लेकिन धीरे-धीरे यह बीमारी बड़ी समस्याओं को जन्म दे सकती है। अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो यह लीवर डैमेज (Lever Damage) या सिरोसिस (Cirrhosis) का कारण भी बन सकता है।
⚠️ फैटी लीवर (Fatty Lever) के लक्षण

बहुत से लोग Fatty Lever फैटी लीवर के लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं, क्योंकि ये बहुत मामूली लगते हैं। कुछ आम लक्षण इस प्रकार हैं:
- थकान और कमजोरी
- पेट के ऊपरी हिस्से में भारीपन या हल्का दर्द
- भूख में कमी
- वजन का अचानक बढ़ना या घटना
- मुँह का स्वाद कड़वा होना
- लिवर टेस्ट (SGPT/SGOT) में बदलाव आना
अगर आपको इनमें से कोई लक्षण बार-बार दिखाई दे रहा है, तो डॉक्टर से जांच कराना ज़रूरी है।
🧐 फैटी लीवर (Fatty Lever) के कारण
फैटी लीवर (Fatty Lever)_ होने के पीछे हमारे खानपान और जीवनशैली की अहम भूमिका होती है। मुख्य कारण हैं:
- ज़्यादा तेल, मसाले और फास्ट फूड का सेवन
- शराब पीना
- मधुमेह (डायबिटीज)
- हाई ब्लड प्रेशर
- मोटापा
- शारीरिक गतिविधि की कमी
- नींद की कमी और तनाव
✅ फैटी लीवर (Fatty Lever) में क्या खाएं?
आप अपने भोजन में कुछ बदलाव करके फैटी लीवर को कंट्रोल में ला सकते हैं:
✔️ खाना जो फायदेमंद है:
- हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ (पालक, मेथी, बथुआ)
- फाइबर युक्त फल (सेब, पपीता, संतरा)
- हल्दी वाला दूध
- नींबू पानी (बिना नमक/चीनी)
- ग्रीन टी
- जौ और चने का सत्तू
- भुना हुआ मखाना, बादाम और अखरोट
❌ बचें इन चीजों से:
- तला हुआ भोजन
- मीठा और कोल्ड ड्रिंक्स
- शराब
- प्रोसेस्ड फूड (पैकेट वाले स्नैक्स)
- सफेद चावल और मैदा
🧘♂️ फैटी लीवर (Fatty Lever) में लाइफस्टाइल कैसा हो?

- रोज़ाना कम से कम 30 मिनट तेज़ चलना या योग करें
- खाना समय पर और धीरे-धीरे खाएं
- पानी खूब पिएं (दिन में 8–10 गिलास)
- तनाव को कम करने की कोशिश करें (ध्यान, प्राणायाम)
- नींद पूरी लें (कम से कम 7 घंटे)
🌿 घरेलू उपाय और आयुर्वेदिक नुस्खे
- आंवला रस रोज़ सुबह खाली पेट पीना
- भृंगराज और पुनर्नवा जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ
- नीम और गिलोय का सेवन इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है
- हल्दी और शहद मिलाकर लेना
ध्यान दें: कोई भी घरेलू उपाय अपनाने से पहले डॉक्टर या वैद्य से सलाह ज़रूर लें।
🧪 कब कराएं जांच?
अगर आपके ब्लड टेस्ट में SGPT या SGOT का लेवल बढ़ा हुआ आ रहा है, या अल्ट्रासाउंड में फैटी लीवर (Fatty Lever) बताया गया है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। यह शुरुआती संकेत हैं, जिन्हें अनदेखा करना खतरनाक हो सकता है।
📢 अंतिम बात

“लिवर एक शांत सिपाही है – जब तक यह बहुत बीमार न हो, तब तक यह कुछ नहीं कहता। लेकिन एक बार बीमार हो गया तो पूरा शरीर परेशान हो जाता है। इसलिए, लिवर का ख्याल आज से ही रखना शुरू करें।”
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